डायरी / अनिल करमेले
अल्हड़ और मस्ती भरे दिन
दर्ज़ हैं इस डायरी में
इसी में पढ़ने का टाइमटेबल
छोटे होटलों धर्मशालाओं और रिश्तेदारों के पते
प्रेम के दिनों के मुलायम वाक्य
और दुखी दिनों के उदास पैराग्राफ
बरसों इसी डायरी में जगह बनाते रहे
इसी में दर्ज़ हुई लाल स्याही से कई तारीखें
वे निश्चित थीं महत्वपूर्ण साक्षात्कारों के लिए
मगर एक अदद नौकरी तक नहीं पहुँचा पाईं
नब्बे फीसदी लोगों की तरह
मैं भी गलत जगह पर पहुँचा
प्रेम कविताएँ लिखी गईं इसी डायरी में
मगर कभी भी मुकम्मल नहीं हुईं
इसी में शामिल हुए कुछ नए रिश्ते
और असमय मृत्यु को प्राप्त हुए
शायद उन्हें किसी और बेहतर की दरकार थी
इसी में दर्ज़ हुआ
बनियों, दूधवालों और दवाइयों का हिसाब
और दो एक बार सुसाइड नोट के ड्राफ्ट भी लिखे गए इसी में
बुरे से बुरे दिनों में इसी में लिखी गईं कविताएँ
अच्छे दिनों की उम्मीद में।