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ऊर्ध्वमूल / ध्रुव शुक्ल
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वृक्ष पर लिखे हैं कितने शब्द
जड़
तना
डाली :::पत्ते
फूल :::फल
नदी पर लिखा है जल
वायु पर बहता है प्राण
हवन-कुण्ड में आहूत अनन्तदेव
आकाश से झर कर पृथ्वी पर बिखरते हैं
देह पर लिख जाता है नाम
गेह पर धाम
समाधि पर हे राम