भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
किताब / लीलाधर मंडलोई
Kavita Kosh से
Pradeep Jilwane (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 14:33, 29 सितम्बर 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=लीलाधर मंडलोई |संग्रह=लिखे में दुक्ख / लीलाधर म…)
वह बुश के समय की किताब है
इसमें नहीं है
कोई दुक्ख
कोई अंधेरा
इसमें क्या है ?
जानते हैं जो लोग
वे चमकदार अंधेरा चाहते हैं