भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
उतरन / ललन चतुर्वेदी
Kavita Kosh से
हिन्दी शब्दों के अर्थ उपलब्ध हैं। शब्द पर डबल क्लिक करें। अन्य शब्दों पर कार्य जारी है।
इन दिनों मैंने पहन लिये हैं
दूसरे के कपड़े
लोग कहते हैं-अच्छे लग रहे हो
कहाँ से खरीदी, कहाँ से सिलवाई
मेरे पास कोई जवाब नहीं
कपड़े देने वाला हरदम
मेरे साथ रहता है
मैं अक्सर मौन रहता हूँ इन दिनों।
चलो, रात होने को है
मैंने कपड़े उतार कर
टांग दिये हैं खूंटी में
बड़ी राहत मिली है
आज अच्छी नींद आएगी।