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किताबें / गौरव गुप्ता
Kavita Kosh से
प्रेम में
सिर्फ़ फूल मत देना
देना किताबें भी
किताबें जिनके बीच
रखा जा सके सुरक्षित
सूखते फूल को
किताबें सिर्फ़
फूल नहीं बचातीं
खो जाने से
वे बचा लेती हैं
प्रेम की
विस्मृति भी