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ख़ल्कियलु ख़ुदा / हरि दिलगीर
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खु़दा ख़ल्क़त खे ख़ल्क़ियो आ,
मगर ख़ल्क़त बि ख़ल्क़ियो आ,
ज़माने जे खु़दाउनि खे;
उहे ख़ल्क़ियल ख़ुदा मिड़ई,
खु़दा थी ख़ल्क जा वेठा;
ॾिसी ख़ल्क़ियल खु़दाउनि खे,
खु़दा ख़ालिकु छुपी वियो आ।