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शब्द-6 / केशव शरण
Kavita Kosh से
शब्द
समय चुनते हैं
और चुनने में
समय लगता है
कब तक चुप
कौन बैठता है
इसीलिए वार ख़ाली जाता है
और आदमी मात खाता है