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सोनल सुरज / श्याम महर्षि
Kavita Kosh से
धाबळौ
दूलड़ा चूड़ौ
पैर्यौड़ी लुगायां,
सड़क माथै
माटी ढोवै
भाटा-फौड़े
अर
पगडंडी सूं
बणावै उच्च मार्ग।
सिंझ्या
हांफीजती-हांफीजती
पूगै आपरी-झूंपड़ी मांय
अर
भूख सूं बाथंरड़ौ करते
टाबरां ने पोमावै।
थाक‘र सोय जावै
इण आस सूं
कै कदास
दिनूगै रो सूरज
हुवेलौ म्हारो
सोनल सूरज।