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क्यों / केशव शरण
Kavita Kosh से
धूप की यात्रा में
सुबह शामिल होते हैं जो
शाम को बुझ जाते हैं क्यों?
क्या मंज़िल पर पहुँच जाते हैं वे?
या मंज़िल नहीं पाते हैं वे?