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पोखरन-2 / नील कमल
Kavita Kosh से
बुद्ध चौबीस वर्षों बाद
फिर हँसा
पाँच ठहाकों ने फेर दीं
दुनिया की नज़रें
सारनाथ की वह सभा
पीढ़ियों बाद अपने उपदेशक से
जानना चाहती है
बोधिवृक्ष की जड़ें कहाँ हैं ?