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बड़ी मुसीबत है / रमेश तैलंग
Kavita Kosh से
घर में सबसे छोटा होना
बड़ी मुसीबत है ।
अपने-अपने काम करा कर
बड़े डाँटते हैं
जब भी होता मन,
छोटों पर रौब गाठते हैं ।
हे भगवान ! तुम्हीं देखो न,
बड़ी मुसीबत है ।
देते हमको एक, माँगते
मुझसे पप्पी दस ।
दादजी की दाढ़ी चुभती
पर न करते बस ।
उनका हँसना, अपना रोना
बड़ी मुसीबत है ।