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महाजनो के ऊँचे तर्क / शेरजंग गर्ग

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महाजनो के ऊँचे तर्क।
बहुत निचोड़ा, मिला न अर्क।

हाथी दाँतो की मीनारें,
सिर्फ़ हवाओं से सम्पर्क।

गोबर की बर्फी के ऊपर,
चढ़े हुए चान्दी के वर्क।

कौन समस्याएँ सुलझाता,
नेता, कुर्सी, अफसर, क्लर्क?

तुम अम्बर पर, हम पाताल में.
फिर भी पूछ रहे, क्या फर्क?

चालूमन की उड़ी पताका,
सज्जन जी का बेड़ा ग़र्क।