भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

शिकारी का हाथ / सुरेश यादव

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज


बहुत शान्त होता है
पानी में
एक टांग खड़ा
बगुला
बहुत शान्त होता है
नंगी डाल पर
गरदन लटकाए बैठा
गिद्ध
बहुत शान्त होता है
बूढ़े कंगूरे पर
चुपचाप बैठा
बाज
बहुत शान्त होता है
निशाना साधते हुए
बंदूक के कुंदे पर
टिका-
शिकारी का हाथ।