हरियाणवी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
- हाय हाय मेरा खिवैया / हरियाणवी
- अरे मेरे करम के खारे जल गए / हरियाणवी
- चलत पिरान कैसे रोयऊं पिरिया / हरियाणवी
- ब्याही थी रे बिलसी नाहीं / हरियाणवी
- गोरी गोर बियासनी बच्ची मोरनी ए / हरियाणवी
- हाय हाय हे बागां की कोकिल / हरियाणवी
- हाय हाय बागां की कोयल / हरियाणवी
- जब तौं घर तैं लीकड़या गभरू सेर जुआन / हरियाणवी