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सिगरेट और प्यार / विमलेश त्रिपाठी

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दोनों ही
मार देते हैं धीरे-धीरे
 
फिर भी
यह आदत है
कि छुटती नहीं कभी
 
इस एक जगह
जान-बूझ
मरना चुनते हैं हम
 
और हमें दु:ख नहीं होता..