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मुझे बनाए सपना / केदारनाथ अग्रवाल
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लहर नील-नभ-वसना,
क्षीरोदक-वर-वसना
छन्द-ताल गति गमना
नृत्य निरत रह अपना
मुझे बनाए सपना।
रचनाकाल: ०१-०१-१९६२