भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

इतिहास काळीबंगा रो / ओम पुरोहित कागद

Kavita Kosh से
Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 05:38, 4 फ़रवरी 2011 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=ओम पुरोहित कागद |संग्रह=आंख भर चितराम (मूल) / ओम प…)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मिल्यो है जद
काळीबंगा रै थेड़ में
राजा रो बास
तो जरूर रै’या होला
इतिहास रा आखर
दुड़ पण गया किंयां
कुण ई तो जरूर
भगाई है भूख
कीं दिन
जद ई तो लाधै
हाडपींजरा में
इतिहास काळीबंगा रो।