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सांसां रा खल्ला / सांवर दइया
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भूख री भाड़ में भूंजीजै
म्हारा सुपनां
मन में ई मर जावै
म्हारी मनस्यावां
जीवण सार म्हे कांई जाणां
म्हे तो घींस रैया हां
सांसां रा खल्ला ।