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सुमित्रानंदन पंत
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सुमित्रानंदन पंत की रचनाएँ
{{KKParichay |चित्र=Sumitranandan_pant.jpg |नाम=सुमित्रानंदन पंत |उपनाम=-- |जन्म=20 मई 1900 |जन्मस्थान=ग्राम कौसनी, अल्मोडा़ |मृत्यु=28 दिसम्बर 1977 |कृतियाँ=चिदम्बरा, वीणा, पल्लव, [[गुंजन / सुमित्रानंदन पंत | गुंजन, ग्राम्या, युगांत, युगवाणी, लोकायतन, कला और बूढ़ा चाँद। |विविध="चिदम्बरा" नामक रचना के लिये 1968 में ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।"कला और बूढ़ा चाँद" के लिये 1960 का साहित्य अकादमी पुरस्कार। |जीवनी=सुमित्रानंदन पंत / परिचय }}
- गुंजन / सुमित्रानंदन पंत (कविता संग्रह)
- ग्राम्या / सुमित्रानंदन पंत (कविता संग्रह)
- अमर स्पर्श / सुमित्रानंदन पंत
- मछुए का गीत / सुमित्रानंदन पंत
- प्रार्थना / सुमित्रानंदन पंत
- सांध्य वंदना / सुमित्रानंदन पंत
- लहरों का गीत / सुमित्रानंदन पंत
- घंटा / सुमित्रानंदन पंत
- वायु के प्रति / सुमित्रानंदन पंत
- याद / सुमित्रानंदन पंत
- महात्मा जी के प्रति / सुमित्रानंदन पंत
- गंगा / सुमित्रानंदन पंत
- विजय / सुमित्रानंदन पंत
- आ: धरती कितना देती है / सुमित्रानंदन पंत
- चींटी / सुमित्रानंदन पंत
- ग्राम श्री / सुमित्रानंदन पंत
- छोड़ द्रुमों की मृदु छाया / सुमित्रानंदन पंत
- काले बादल / सुमित्रानंदन पंत
- पर्वत प्रदेश में पावस / सुमित्रानंदन पंत
- वसंत / सुमित्रानंदन पंत
- संध्या के बाद / सुमित्रानंदन पंत
- जग जीवन में जो चिर महान / सुमित्रानंदन पंत
- भारतमाता ग्रामवासिनी / सुमित्रानंदन पंत
- पन्द्रह अगस्त उन्नीस सौ सैंतालीस / सुमित्रानंदन पंत
- नौका-विहार / सुमित्रानंदन पंत
- गृहकाज / सुमित्रानंदन पंत
- चाँदनी / सुमित्रानंदन पंत
- तप रे! / सुमित्रानंदन पंत
- ताज / सुमित्रानंदन पंत
- द्रुत झरो / सुमित्रानंदन पंत
- दो लड़के / सुमित्रानंदन पंत
- धेनुएँ / सुमित्रानंदन पंत
- आत्मा का चिर-धन / सुमित्रानंदन पंत