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’तीसरा सप्तक’ में शामिल रचनाएँ / केदारनाथ सिंह
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तीसरा सप्तक में शामिल रचनाएँ
रचनाकार | केदारनाथ सिंह |
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प्रकाशक | भारतीय ज्ञानपीठ |
वर्ष | वर्ष 1966 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | विभिन्न कवियों की रचनाओं का संग्रह |
विधा | नई कविता और नया गीत |
पृष्ठ | 240 |
ISBN | 978-81-263-1805-6 |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- अनागत / केदारनाथ सिंह
- पथ / केदारनाथ सिंह
- नए वर्ष के प्रति / केदारनाथ सिंह
- स्वरमयी / केदारनाथ सिंह
- दुपहरिया / केदारनाथ सिंह
- पूर्वाभास / केदारनाथ सिंह
- फागुन का गीत / केदारनाथ सिंह
- वसन्त गीत / केदारनाथ सिंह
- पात नए आ गए / केदारनाथ सिंह
- धानों का गीत / केदारनाथ सिंह
- रात / केदारनाथ सिंह
- शारद प्रात / केदारनाथ सिंह
- कुहरा उठा / केदारनाथ सिंह
- टूटने दो / केदारनाथ सिंह
- शामें बेच दी हैं / केदारनाथ सिंह
- नई ईंट / केदारनाथ सिंह
- विदा-गीत / केदारनाथ सिंह
- कमरे का दानव / केदारनाथ सिंह
- नए दिन के साथ / केदारनाथ सिंह
- दीप दान / केदारनाथ सिंह
- दिग्विजय का अश्व / केदारनाथ सिंह
- बादल ओ ! / केदारनाथ सिंह
- निराकार की पुकार / केदारनाथ सिंह