भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

बरवै रामायण/ तुलसीदास / पृष्ठ 10

Kavita Kosh से
Dr. ashok shukla (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 14:16, 24 अगस्त 2011 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=तुलसीदास }} {{KKCatKavita}} Category:लम्बी रचना {{KKPageNavigation |पीछे= ब…)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज


( बरवै रामायण लंकाकाण्ड )

( पद से 42 )


बिबिध बाहिनी बिलसति सहित अनंद।
जलधि सरिस को कहै राम भगवंत।42।

इति बरवै रामायण लंकाकाण्ड

अगला भाग >>