झूठ के पाँवों में
मेहँदी रचाना,
ना गुइयाँ, ना गुइयाँ,
ना गुइयाँ ना !
बातों ही बातों की
खिचड़ी पकाना,
ना गुइयाँ, ना गुइयाँ,
ना गुइयाँ ना !
दुःख में किसी के
जी को दुखाना,
ना गुइयाँ, ना गुइयाँ,
ना गुइयाँ ना !
काम पड़े तो
आँखें चुराना,
ना गुइयाँ, ना गुइयाँ,
ना गुइयाँ ना !
चार दिनों का है
मिलना-मिलाना,
हाँ गुइयाँ, हाँ गुइयाँ,
हाँ गुइयाँ हाँ !
प्यार का भूखा है
सारा ज़माना,
हाँ गुइयाँ, हाँ गुइयाँ,
हाँ गुइयाँ हाँ !