Last modified on 23 दिसम्बर 2011, at 12:29

निस्संग मानी के लिए / नंदकिशोर आचार्य

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:29, 23 दिसम्बर 2011 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=नंदकिशोर आचार्य |संग्रह=केवल एक प...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

मानी हो मेरा तुम
इस से तुम्हें क्या करना

मानी को मतलब क्या
                    इस से
कौन है शब्द उस का
पूर्ण है ख़ुद में वह
                निश्शब्द—
चाहे भटकता ही रहे
उस की तलाश में
               शब्द

कविता
शब्द की विकलता है क्या
                       भटकती
निस्संग मानी के लिए ?

13 जुलाई 2009