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तू हिन्दू बनेगा ना मुसलमान बनेगा / साहिर लुधियानवी
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तू हिन्दू बनेगा ना मुसलमान बनेगा
इन्सान की औलाद है इन्सान बनेग
कुदरत ने तो बनाई थी एक ही दुनिया
हमने उसे हिन्दू और मुसलमान बनाया
तू सबके लिये अमन का पैगाम बनेगा
इन्सान की औलाद है इन्सान बनेगा
ये दिन ये ईमान धरम बेचने वाले
धन-दौलत के भूखे वतन बेचने वाले
तू इनके लिये मौत का ऐलान बनेगा
इन्सान की औलाद है इन्सान बनेगा