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ठंड का गीत / संजय अलंग
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गरम-गरम रजाई है
उसमें बहन और भाई हैं
दोनों ने खाई मलाई है
और छुपाई मिठाई है
गरम-गरम रजाई है
उसमें गुड़िया सुलाई है
उसको चुनरी पहनाई है
जिसमें सितारों की टंकाई है
साथ में माँ आई है
उसने कहानी सुनाई है
परी की बात बताई है
हमने मस्ती मनाई है