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किसने दिया श्राप / मदन गोपाल लढ़ा
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कौन जाने
किसने दिया श्राप!
नक्शे से गायब हो गए
चौंतीस गाँव।
श्राप ही तो था
अन्यथा अचानक
कहाँ से उतर आया
खतरा
कैसे जन्मीं
हमले की आशंका
हंसती-खेलती जिन्दगी से
क्यों जरूरी हो गया
मौत का साज-ओ-सामान।
हजार वर्षों में
नहीं हुआ जो
कैसे हो गया
यों अचानक ?