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यह कैसा पेड़ / ठाकुरप्रसाद सिंह

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यह कैसा पेड़

लता है किसकी ?

सेंदुर का पेड़

लता है काजल की


तुम न बताना सबको

तुम न बुलाना सबको

अंगुली दिखाना मत

देखो मुरझाना मर


नजर इसे है विष की


हम दोनों आएंगे

ब्याह किए आएंगे

सेंदुर से माथा भर

काजल रचायेंगे


भेंट चढ़ाएंगे आंसू-जल की

लता काजल की