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स्त्री-पुरूष (9) / कमलेश्वर साहू

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स्त्री गंध की भाषा पहचानती थी
बोलती थी स्पर्श की बोली
पुरूष समझता था
देह की भाषा
फासला
सदियों का है
स्पर्श-गंध और देह के बीच
स्पर्श-गंध और देह की भाषा के बीच !