मेरोई जिव जो मारतु मोहिं तौ,
प्यारे, कहा तुमसों कहनो है .
आँखिनहू यह बानि तजी ,
कुछ ऐसोइ भोगनि को लहनौ है .
आस तिहारियै ही ‘घनआनन्द’,
कैसे उदास भयो रहनौ है .
जानि के होत इते पै अजान जो ,
मेरोई जिव जो मारतु मोहिं तौ,
प्यारे, कहा तुमसों कहनो है .
आँखिनहू यह बानि तजी ,
कुछ ऐसोइ भोगनि को लहनौ है .
आस तिहारियै ही ‘घनआनन्द’,
कैसे उदास भयो रहनौ है .
जानि के होत इते पै अजान जो ,