भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
बाने फहराने घहराने घंटा गजन के / भूषण
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 16:43, 28 अगस्त 2012 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=भूषण }} बाने फहराने घहराने घंटा ग...' के साथ नया पन्ना बनाया)
बाने फहराने घहराने घंटा गजन के ,
नाहीं ठहराने राव राने देस-देस के .
नग भहराने ग्राम नगर पराने सुनि,
बाजत निशने सिवराज जू नरेस के .
हाथिन के हौदा उकसाने ,कुम्भ कुंजर के ,
भौन को भजाने अलि छूटे लट केस के .
दल को दरारेन ते कमठ करारे फूटे ,
कर के से पात बिहराने फन सेस के .