भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
तरनि तनया तट आवत है / कृष्णदास
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:43, 3 सितम्बर 2012 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कृष्णदास }} Category:पद <poeM> तरनि तनया तट...' के साथ नया पन्ना बनाया)
तरनि तनया तट आवत है प्रात समय ,
कंदुक खेलत देख्यो आनंद को कंदवा.
नूपुर पद कुनित,पीताम्बर कटि बांधे,
लाल उपरना, सिर मोरन के चंदवा .