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जान्यौ न मैं ललिता अलि / बेनी
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जान्यौ न मैं ललिता अलि ताहि जो सोवत माँहिगई करी हाँसी.
लाए हिय नख केहरि के सँग मरी तऊ नहि नींद विनाँसी.
लै गई अम्बर बेनी प्रवीन ओढाय लटी दुपटी दुखरासी.
तोरि तनी तन छोर आभूषन भूति गई गर देने की फाँसी.