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बेटी ने कलम उठाई तो / सत्यनारायण सोनी
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उम्रभर लिखता रहा वह
प्रेम-पत्र व प्रेम-कविताएँ,
बेटी ने क़लम उठाई तो
घर में बवाल हो गया ।