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माते / राज हीरामन

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मत रो माते !
अपनी जिंदगी को,
तेरी जिंदगी छोटी नहीं है ।
मत रो माते!
अपनी किस्मत को,
तेरी किस्मत खोटी नहीं है ।
मत डर माते!
अपने आंचल को
ममता की चोटी नहीं है ।
मत जा माते!
भूखे हैं बच्चे,
पास में रोटी नहीं है ।
मत रुक माते!
ममता-त्याग के सामने
ईश्वर की भी चलनी नहीं है !