भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
अरपा पैरी के धार / नरेन्द्र देव वर्मा
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:41, 23 सितम्बर 2013 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=नरेन्द्र देव वर्मा |अनुवादक= |संग...' के साथ नया पन्ना बनाया)
अरपा पैरी के धार, महानदी हे अपार इँदिरावती हा पखारय तोर पईयां महूं पांवे परंव तोर भुँइया जय हो जय हो छत्तीसगढ़ मईया
सोहय बिंदिया सहीं, घाट डोंगरी पहार चंदा सुरूज बनय तोर नैना
सोनहा धाने के अंग, लुगरा हरियर हे रंग तोर बोली हावय सुग्घर मैना अंचरा तोर डोलावय पुरवईया महूं पांवे परंव तोर भुँइया जय हो जय हो छत्तीसगढ़ मईया
रयगढ़ हावय सुग्घर, तोरे मउरे मुकुट सरगुजा अउ बिलासपुर हे बइहां रयपुर कनिहा सही घाते सुग्घर फबय दुरूग बस्तर सोहय पैजनियाँ नांदगांव नवा करधनिया महूं पांवे परंव तोर भुँइया जय हो जय हो छत्तीसगढ़ मईया