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देवी गीत 9 / रामरक्षा मिश्र विमल

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जय जय होला मंदिरवा
पुरुबवा के ओरिया
शंख धुन गूँजे मंदिरवा
पुरुबवा के ओरिया.
 
अड़हुल फुलवा से सजल दुअरिया
लाल लाल फुलवा से सजि जाले थरिया
गम गम गमके मंदिरवा
पुरुबवा के ओरिया.
 
निमिया के डढ़िया प माई के असनवा
मीठ मीठ बहिके झुलावेला पवनवा
उतरेली धीरे से अंगनवा
पुरुबवा के ओरिया.
 
माई के भावे रोजे अछत चंदनवा
विमल करेले कर जोरिके बंदनवा
होखेला भजन मंदिरवा