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हड़ताळ / प्रमोद कुमार शर्मा

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कणा ठा पड़ै
मिनख नै
मिनख सूं
मिनख री बाबत !

सोचूं:
कै बंद करूं आ पड़ताळ
अर टांग देवूं
घर रै बारै एक बोरड
बोलण री हड़ताळ!