Last modified on 17 अक्टूबर 2013, at 13:41

मुरगै री पै‘ली बांग / रामस्वरूप किसान

Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:41, 17 अक्टूबर 2013 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

मुरगै री
पै‘ली बांग
दड़बै री कैद सूं
छूटण सारू
आदमी साम्हीं
करयोड़ी अरज है
जद कै
आदमी जिनावर रै
इण दरद नै ई
घड़ी रै रूप में
बरतै।