भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

मजूर’र भगत / कन्हैया लाल सेठिया

Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:09, 28 नवम्बर 2013 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कन्हैया लाल सेठिया |संग्रह=लीकल...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

घड़ै
घड़ाईदार
मूरतां
भगतां री
फरमास सारू
करणी बीं नै
दो पइसा मजूरी
पाळणी टाबरी
पण भगत करसी
बां मूरतां री
जी हजूरी
जक्यां पर
चढयोड़ै चढावै रै
पाण
उडावै बै रोजीना
छप्पन भोग !