Last modified on 28 नवम्बर 2013, at 14:02

अणभव’र दीठ / कन्हैया लाल सेठिया

आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 14:02, 28 नवम्बर 2013 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कन्हैया लाल सेठिया |संग्रह=लीकल...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

हू’र नचीतो
मत फैंक
अकूरड़ी पर
दिवलो
आवै दाबतो
उगतै सूरज रा खोज
फेर अंधेरो
आ नित री राड़
कोनी कर सकै कोई
आडी बाड़
जे चावै
भलो
थारी भोळी दीठ नै
अणभव स्यूं जोड़ !