भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
विस्मृति / सेरजिओ बदिल्ला / रति सक्सेना
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 14:05, 2 दिसम्बर 2013 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सेरजिओ बदिल्ला |अनुवादक=रति सक्स...' के साथ नया पन्ना बनाया)
जब धरती ने अचानक घूमना शुरु कर दिया
Hayashi Fusao कौन सा गीत गा रहा था?
अपनी झोंपड़े में धुत हो
जर्जर चरखी सा झंकारते हुए
ये honjozo-shu थी या फिर भूकंप
जिसने उसके उन्माद की जंजीरें खोल दीं
क्या फरक पड़ता है
मुझे वह दिखाई देना बंद हो गया
विक्षिप्तता ने उसकी रूह को तंग कर दिया
और उसकी जबान को ध्वस्त कर दिया
वक्त ने व्यवहारिक बुद्धि को ओझल कर दिया
और अब Hayashi Fusao चुप है
उसका दिमाग पूर्ण विस्मृति की रात्रि