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तुम्हारी यादें / उमा अर्पिता

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इंतजार के
बोझिल क्षणों में
जब-जब दिल
दर्द से कराहा है,
तब-तब इसने
तुम्हारी यादों को जन्म दिया है
हर बार--
पहले से कुछ अधिक
खूबसूरत रूप में!
मैंने--
इन यादों को
नवजात/कोमल शिशु की भाँति
अपने हृदय से लगाया है/चूमा है/
प्यार किया है/जी भरकर प्यार किया है
क्यों कि--
ये मेरी अपनी हैं
मेरी पीड़ा से जन्मी/
मेरे दिल की पीड़ा से जन्मी
तुम्हारी यादें!