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बोस क्सी साड़ी ल्याईये कष्ट दूर हो सारा / कृष्ण चन्द

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बोस क्सी साड़ी ल्याईये कष्ट दूर हो सारा

बनी हुई साड़ी देवर शुद्ध खादी भंडार की
तीन रंग चाहिए जिसमैं शोभा हो बहार की
बीच मैं तसवीर छपै गान्धी और जवाहर की
लक्ष्मीबाई का फोटू हो नक्शा सारे जंग का
देख कै नै ल्याइये बोस फिअसन नए ढंग का
एक कोणे पै फोटू हो उस वीर भगत सिंह का
बढ़िया रंग का छपा हुया हो यो जै हिन्द का नारा

लाजपत राय का फोटू हो उस शेरे पंजाब का
बी के दत का फोटू देवर चाहिए पूरी आब का
चौगरदे कै लिख्या हुआ नारा इंकलाब का
छापा और चतेरा देवा चाहिए अलग डिजान का
बीच कै म्हां खिंच्या हुआ नक्शा हिंदुस्तान का
लहराता हो तिरंगा झण्डा आजादी की शान का
उधम सिंह बलवान का फोटू जिसनै डायर मारा

राजगुरु सुखदेव का फोटू दोनों न्यारे न्यारे हों
राजेन्द्र पटेल टण्डन खड़े हुए यें सारे हों
हाथ के म्हां झण्डा लिए शरत चन्द्र प्यारे हों
एक तरफ नै फोटू तेरा हाथ मैं तलवार हो
टैंक हवाई जहाज तोप मोटर आर्मड कार हो
खून खून और खून चलो दिल्ली की पुकार हो
मैं साड़ी बान्धूं एक बार हो जब सौराज हमारा

सारे दिल्ली का चित्र हो लाल किले की याद का
लहराता हो तिरंगा झण्डा हिन्द देश आजाद का
आगरे झांसी का फोटू माहें इलाहबाद का
सिंघापुर का फोटू हो और आई एन ए तमाम का
सहगल ढिल्लों शाहनवाज फोटू उनके नाम का
मेहर सिंह का फोटू हो साथ बरोने धाम का
सकल ससाणे गाम का फोटू मांहे “ कृष्ण चन्द” बिचारा