भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

राज्य का जन्म / भास्कर चौधुरी

Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 14:02, 9 मार्च 2014 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=भास्कर चौधुरी |अनुवादक= |संग्रह= }} {...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

तेलंगाना
उत्तराखंड
कज़ाकिस्तान
या साउथ सुडान
बनना एक नए राज्य का
होना जन्म किसी नए देश का
लम्बे प्रसव के बाद –
खुश होता है
आदमी
नाचता है
बच्चे को बैठाकर काँधे पर
बजाता है तालियाँ
पटाखे फोड़ता है
ढाक-ढोल नगाड़ों के शोरोगुल में
अबीर और गुलाल से
ढके हुए चेहरे – बाल
 
उम्मीदें आदमी की
बदलते ही करवट समय के
खाने लगती हैं हिचकोले
रस्सियों पर लटके
बाँस के बने पुल की तरह –
आदमी नाचना भूल जाता है
भूल जाता है
सौंदर्य रंगों का!!