आल्हा ऊदल / भाग 16 / भोजपुरी
पड़ गैल बीड़ा जाजिम पर बीड़ा पड़ल नौ लाख
हे केऊ रजा लड़वैया रुदल पर बीड़ा खाय
चौहड़ काँपे लड़वेया के जिन्ह के हिले बतीसो दाँत
केकर जियरा है भारी रुदल से जान दियावे जाय
बीड़ा उठावल जब लहरा सिंड्घ कल्ला तर देल दबाय
मारु डंका बजवावे लकड़ी बोले जुझाम जुझाम
एको एका दल बटुरल जिन्ह के दल बावन नवे हजार
बूढ़ बियाउर के गनती नाहिं जब हाथ के गनती नाहिं
बावन मकुना के खोलवाइन रजा सोरह सै दन्तार
नब्वे सै हाथी के दल में ड़ड़ उपरे नाग डम्बर उपरे मेंड़राय
चलल परवतिया परबत के लाकट बाँध चले तरवार
चलल बँगाली बंगाला के लोहन में बड़ चण्डाल
चलल मरहट्टा दखिन के पक्का नौ नौ मन के गोला खाय
नौ सौ तोप चलल सरकारी मँगनी जोते तेरह हजार
बावन गाड़ी पथरी लादल तिरपन गाड़ी बरुद
बत्तिस गाड़ी सीसा जद गैल जिन्ह के लंगे लदल तरवार
एक रुदेला एक डेबा पर नब्बे लाख असवार
बावन कोस के गिरदा में सगरे डिगरी देल पिवाय
सौ सौ रुपया के दरमाहा हम से अबहीं लव चुकाय
लड़े के बोरिया भागे नौ नौ मन के बेड़ी देओं भरवाय
बोगुल फूँकल पलटन में बीगुल बाजा देल बजाय