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आल्हा ऊदल / भाग 19 / भोजपुरी

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मारे टापन के रोनन से रुदल के देल उठाय
बोलल घोड़ा रुदल के बाबू पलटन इंदरमन के पहुँचल आय
फाँद बछेड़ा पर चढि गैल पलअन में पहुँचल बाय
बलो कुबेला अब ना चीन्हे जाते जोड़ देल तरवार
पड़ल लड़ाइ इंदरमन में रुदल से पड़ गैल मार
ऐसी लड़ाई सिब मंदिर में अब ना चीन्हे आपन पराय
गनगन गनगन चकर बान बोले जिन्हके बलबल बोले ऊँट
सनसन सनसन गोली बरसे दुइ दल कान दिहल नाहिं जाय
दसो तिरंगा इंदरमन के रुदल काट कैल मैदान
गोस्सा जोर भैल इंदरमन खींच लेल तरवार
जौं तक मारल बघ रुदल के अस्सी मन के ढालन पर लेल बचाय
ढलिया कट के बघ रुदल के गद्दी रहल मरद के पास
बाँह टूट गैल रुदल के बाबू टूटल पं के हाड़
नाल टूट गैल घोड़ा के गिरल बहादूर घोड़ा से
धरती पर गिरल राम राम चिचियाय
पड़ल नजरिया है देवी रुदल पर पड़ गैल दीठ
आइल देवी इंद्रासन के रुदल कन पहुँचल बाय
इमिरित फाहा दे रुदल के घट में गैल समाय
तारु चाटे रुदल के रुदल उठे चिहाय चिहाय
प्रान बचावे देबी बघ रुदल के रुदल जीव ले गैल पराय
भागल भागल चल गैले मोहबा में गैल पराय