भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

संबंध / हुसैनी वोहरा

Kavita Kosh से
Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 19:10, 17 मई 2014 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=हुसैनी वोहरा |संग्रह=मंडाण / नीरज ...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

पतझड़ रा पात ज्यूं
संबंध आजकाल होयग्या
पल मांय बण जावै
तूट जावै छिन मांय
तूटै ज्यूं डोर।
 
संबंधां रो मोल
अब नीं दिखै
संबंध बणग्यो
मतलब रो दूजो नांव
इण खातर ई
बणावां अर तोड़ देवां
निभावां संबंध
दिखावै सारू....
कैयो नीं आज संबंध
होयग्या है-
पतझड़ रा पात ज्यूं।