Last modified on 31 मई 2014, at 17:57

जय कालिंदी, हरिप्रिया जय / आरती

Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 17:57, 31 मई 2014 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

अष्टक   ♦   आरतियाँ   ♦   चालीसा   ♦   भजन   ♦   प्रार्थनाएँ   ♦   श्लोक

जय कालिंदी, हरिप्रिया जय।
जय रवि तवया, तपोमयी जय॥
जय श्यामा, अति अभिराम जय।
जय सुखदा, श्रीहरि रामा जय॥
जय ब्रज मण्डलवासिनि जय-जय।
जय द्वारकानिवासिनि जय-जय॥
जय कलि कलुष नसावनि जय-जय।
जय यमुने जय पावनि, जय-जय॥
जय निर्वाण प्रदायिनि जय-जय।
जय हरि प्रेमदायिनी जय-जय॥ जय...