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मैंने लिखा नाम / निज़ार क़ब्बानी
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प्यार करता हूँ जिसे
लिखा उसका नाम
हवा पर ।
प्यार करता हूँ जिसे
लिखा उसका नाम
पानी पर ।
लेकिन
हवा को सुनाई देता है कम
और पानी को
याद नहीं रहता कोई भी नाम ।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : सिद्धेश्वर सिंह