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ब्रह्मा सगुण-निर्गुण तथा निराकार-साकार / हनुमानप्रसाद पोद्दार
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(राग मालकोश)
ब्रह्मा सगुण-निर्गुण तथा निराकार-साकार।
परमात्मा, परमेश, विभु, विश्व, विश्व-आधार॥
प्रणव, यज्ञ, यज्ञेश, सब प्रकृति, पुरुष, पर, वेद।
भेदरहित, नित भेदमय, संयुत भेदाभेद॥
सर्वरूप, शुचि, सर्वमय, शाश्वत, सर्वातीत।
शुद्ध सत्व, पुनि त्रिगुणमय, यद्यपि त्रिगुणातीत॥
नारायण, नरसिंह, श्रीकृष्ण, राम, गोपाल।
सूर्य, शक्ति, गणनाथ, शिव, रुद्र, स्वयभू, काल॥
नाम-रूप-लीला विविध तव एक वेदान्त।
वाणी-मन-मतिसे परे औपनिषद सिद्धान्त॥